फांसी की सजा को मुशर्रफ ने बताया व्‍यक्तिगत दुश्‍मनी, वीडियो वायरल

नवाज शरीफ और इमरान खान के बाद अब परवेज मुशर्रफ के कारण पाकिस्‍तान सुर्खियों में है। दरअसल, मंगलवार को देशद्रोह मामले में वहां की एक अदालत ने परवेज मुशर्रफ को देशद्रोह मामले में फांसी की सजा सुनाई जिसे वे 'व्‍यक्तिगत दुश्‍मनी' बता रहे हैं। दुबई के अस्‍पताल में इलाज के लिए भर्ती पूर्व पाकिस्‍तानी सैन्‍य शासक परवेज मुशर्रफ का यह बयान एक वीडियो के जरिए सामने आया है।


बीमार पूर्व सैन्य शासक मुशर्रफ ने खुद को मिली फांसी की सजा पर गुरुवार को पहली बार प्रति‍क्रिया व्‍यक्‍त की। उन्‍होंने कहा, 'देशद्रोह मामले के आरोप में कोर्ट द्वारा दिया गया मृत्‍युदंड व्‍यक्तिगत दुश्‍मनी पर आधारित है।' उन्‍होंने कहा, 2014 से 2019 तक कोर्ट ने कई बार उनके मामले की सुनवाई की लेकिन दुबई में बयान रिकॉर्ड करने के उनके आग्रह को खारिज कर दिया। इसमें वे अस्‍पताल के बेड पर दिखाई दे रहे हैं। अदालत के इस फैसले की निंदा वहां की सेना के साथ  इमरान सरकार भी कर रही है।



पार्टी द्वारा रिलीज किए गए एक वीडियो में मुशर्रफ ने कहा, 'इस तरह के फैसले का कोई उदाहरण नहीं है जिसमें न तो अभियुक्‍त कुछ कह सकता है और न ही उसके वकील को बचाव में कुछ कहने की अनुमति दी गई हो।' मुशर्रफ के समर्थकों ने उनके समर्थन में देशभर में रैलियां निकाली। अदालत ने मुशर्रफ द्वारा इमर्जेंसी लागू करने की कार्रवाई को संविधान का उल्‍लंघन बताते हुए दोषी करार दिया।  यह इमर्जेंसी नवंबर 2007 में लगाई गई थी। बता दें कि 76 वर्षीय जनरल परवेज मुशर्रफ इलाज के लिए दुबई के एक अस्पताल में भर्ती हैं। उनकी गैरहाजिरी में ही अदालत ने उन्हें सजा सुनाई है। 



पाकिस्‍तान की सेना का कहना है कि सैन्‍य प्रमुख, ज्‍वाइंट चीफ ऑफ स्‍टाफ कमेटी के अध्‍यक्ष और पाकिस्‍तान के राष्‍ट्रपति के रूप में 40 साल से अधिक समय तक देश की सेवा करने वाले मुशर्रफ देशद्रोही नहीं हो सकते हैं।


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